1. ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय।
2. नारसिंहाय ॐ हां हीं हूं हौं हः सकलभीतप्रेतदमनाय स्वाहाः।
3. ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा।
4. मर्कटेश महोत्साह सर्वशोक विनाशन।
5. मंगल भवन अमंगलहारी द्रवहु सो दशरथ अजिर विहारी।
6. ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय
विश्वरूपाय अमित विक्रमाय
प्रकटपराक्रमाय महाबलाय
सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।।
7. ऊं नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
8. ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।।
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